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नौकासन या नवासन जिसे अंग्रेजी भाषा में "बोट पोज़" के नाम से भी जाना जाता है, ताकत और एकाग्रता प्रदान करने वाले योगासनों में से एक है। 

यह आसन उन लोगो के लिए बढ़िया है, जो अपने पेट के क्षेत्र में अतिरिक्त चर्बी को दूर करने से साथ-साथ एब्स को टोन करना चाहते है। शुरवात करना में थोड़ा मुश्किल आ सकती है, लेकिन अधिक अभ्यास के साथ आप इसमें बेहतर होते जाएंगे।

नौकासन करने की विधि


नौकासन करने की विधि | Naukasana Karne Ki Vidhi
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  • पीठ के बल लेट जाये । 
  • गहरी साँस भरते हुए दोनों पैरो को जीताना ऊपर उठा सकते है उतना उठे । 
  • दोनों हाथो पैरो के समान्तर रखते हुए उठे । 
  • अपने शरीर को 45 के कोण पर रखे, खोहनी ओर घुटनो को मोड़े बिना । 
  • साँस छोड़ते हुए नीचे की ओर आराम से आये । 

नौकासन योग के फायदे

  • पेट की मांसपेशियों, कूल्हे, और रीढ़ को मजबूत करता है।
  • यह बाहों, जांघों और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
  • गुर्दे, थायरॉयड और प्रोस्टेट ग्रंथियों और आंतों को उत्तेजित करता है।
  • यह आपके दिमाग को शांति और तनाव दूर करने में मदद करता है।
  • पाचन में सुधार करता है।
  • नियमित रूप से अभ्यास करने पर पेट की चर्बी को जलाने का प्रभावी तरीका है।
  • मुद्रा करते समय उत्तेजना आपके पाचन को बेहतर बनाने और नियंत्रित करने में मदद करती है, जिसमे गैस को कम करना और कब्ज को कम करना शामिल है।

नौकासन करते समय सावधानी

  • अस्थमा और हृदय रोगियों को सलाह दी जाती है कि वे नौकासन का अभ्यास न करें।
  • यदि आपको निम्न रक्तचाप, तेज सिरदर्द और माइग्रेन है, तो अभ्यास न करें।
  • पुराने रोगों या रीढ़ की बीमारियों से पीड़ित लोगों को इस योग मुद्रा का अभ्यास न करने की सलाह दी जाती है।
  • महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान और मासिक धर्म के दौरान भी अभ्यास न करें।