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वजन घटाने, मोटापा कम करने और पतले होने के लिए योग फायदेमंद और आसान तरीके मे से एक है। इसके अभ्यास करने के अलावा आपको कैलोरी बर्न करने में भी मदद मिलती है ।

योग सबसे पुराने अरोग, स्वस्थ रहने की कला है, जो कई शताब्दियों से उपयोग मे लाई जा रही है । योग करने वाले अधिकांश लोगों ने कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किए है। आज, न केवल व्यायाम का सबसे सरल रूप है, बल्कि यह पुरुषों और महिलाओं दोनों को तनाव और थकान से राहत दिलता है।

यदि आपको वजन की समस्याएं हैं और इसे आसानी से और बहुत तेज़ी से कम करना चाहते हैं, तो योग आपके लिए आदर्श विकल्प है । बहुत से सरल योग आसन हैं जो बहुत तेजी से वजन कम करने में सहायता करते हैं।  
योग करने के फायदे कई हैं ।
  • जोड़ों पर बहुत हल्का प्रभाव है और इसलिए चोट लगने की संभावना बहुत कम होती  है।
  • योग प्रशिक्षक से मार्गदर्शन लेने के बाद, आप अपने घर मे आराम से इन आसनों या मुद्राओं को कर सकते हैं।

वजन घटाने के लिए सरल योगासन

बद्धकोणासन

बद्धकोणासन कैसे करे

  • चटाई पर बैठ जाये और पैरो सीधा करे ।
  • अपने रीढ़ की हड्डी सीधा रखे और घुटनों को मोड़े, पैरों के तलवे एक दूसरे के सामने हों।
  • अपने हाथों की मदद से अपने पैरों पकडे और अब दोनों घुटनों को ऊपर और नीचे ले कर जाये इस दौरान  पैरों की एड़ी एक दूसरे को स्पर्श करती रहनी चाहऐ ।
  • ऐसा करते समय अपने आप को थकाएं नहीं और केवल उस सीमा तक करें जब तक सक्षम हैं। अधिक अभ्यास से, लचीलेपन में सुधार होगा।
  • सावधानी: अगर आपको घुटनों में चोट लगी है तो इस आसन से बचे।

बद्धकोणासन के लाभ

यह योग आसन आपकी जांघों से फैट कम करने के लिए सबसे उपयुक्त है। रीढ़, घुटनों और पीठ के निचले हिस्से को मजबूत बनाने में भी मदद करता है। यह पाचन में सुधार करने में भी सहायक होता है।

हलासन

credit : pixahive.com/photo/plow-pose-halasana/


हलासन कैसे करे

  • अपनी पीठ के बल लेटने से शुरू करें ।
  • अपने पैरों को फर्श पर सपाट रखे और अपने हाथ कमर के बागल, हथेली नीचे की ओर ।
  • अपने पैरों को धीरे धीरे ऊपर उठे , अपने कमर को सहारा देने के लिए अपने हाथों का उपयोग करें।
  • अपने पैर की उंगलियों को अपने सिर के पीछे ले जा कर फर्श को छूने की कोशिश करें। ऐसा करते समय अपने हाथों को फर्श पर सीधा रखें, हथेली नीचे की ओर।
  • 10-30 सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे वापस पहली मुद्रा मे आये।
  • सावधानी: इस आसन को न करें, यदि आप को लिवर की बीमार, दस्त, उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं या हल ही मे गर्दन पर चोट हुई हो ।

जो लोगों लंबे समय तक बैठे रहते हैं, वे इस मुद्रा से लाभ उठा सकते हैं। यह आसन नितंबों की मांसपेशियों को टोन करने में मदद करता है। यह जांघों और कंधों को मजबूत करता है। यह शरीर में कई अंगों के कार्य को उत्तेजित करता है जिस मे थायरॉयड ग्रंथि, फेफड़े और पेट के अंग शामिल है। जिसके कारण रक्त पूरे शरीर में समान रूप से प्रसारित, हार्मोन के स्तर को नियंत्रित और पाचन में सुधार होता है।


सेतुबंधासन

सेतुबंधासन
credit : pexels.com/photo/flexible-slim-woman-doing-bridge-yoga-asana-on-toes-in-sunny-studio-5012074/

सेतुबंधासन कैसे करे

  • अपनी पीठ के बल लेट जाये और पैर को सीधा रखे ।
  • घुटनो को मुड़े और पैर को कूल्हों ले जाये ।
  • अपने धड़ को ऊपर उठाएं, पर इस दौरान आपकी गर्दन और सिर फर्श पर ही रहने चाहिए।
  • जितना सभव हो उतना ऊपर धड़ को ले जाये ।
  • सावधानी: यदि गर्दन की चोट या पीठ की चोट हो, तो इस मुद्रा को करने से बचे ।

सेतुबंधासन के लाभ

  • यदि आप अपनी एब्स और जांघों को टोन करना और अपने कंधों को मजबूत करना चाहते हैं, तो इस आसन का अभ्यास करे।
  • सेतुबंधासन तनाव को दूर करके, मन को शांत करता है। 
  • पाचन में सुधार होता हैं।
  • इस आसन को करने से रक्तचाप नियंत्रित मे रहता है।

उत्कटासन

उत्कटासन
credit : pixahive.com/photo/utkatasana-chair-pose-3/


उत्कटासन कैसे करे

  • अपनी हथेलियों को नमस्ते मुद्रा लाये और चटाई पर सीधे खड़े हो जाएं।
  • अपने हाथों को अपने सिर के ऊपर उठाएं और अपने घुटने को झुकें ।
  • यह कुछ हवा मे बैठने जैसा है ।
  • इस स्थिति में तब तक रहें जब तक आप गहरी सांसें ले सकें और फिर पहली स्थिति में लौटे ।
  • सावधानी: यह आसन उन लोगों को नहीं करना चाहिए जिन्हें घुटने की चोट या पीठ की चोट हो ।

उत्कटासन के लाभ

यह आसन मांसपेशियों, जांघों और नितंबों को मजबूत करने मे मदद करता है। उत्कटासन मे एकाग्रता की आवश्यकता होती है, जो शरीर से अतिरिक्त वसा को हटाने के लिए सहायत करता है।

शलभासन

https://pixahive.com/photo/salabhasana-locust-pose/


शलभासन कैसे करे

  • पेट के बल लेटें।
  • अपने सिर, पैर, हाथ और ऊपरी धड़ को फर्श से उठाएं, नाभि के क्षेत्र पर नियंत्रित बनाये ।
  • गर्दन और पीठ सीधी रखते हुए सीधे देखें।
  • कुछ सेकंड के लिए स्थिति बने रहे ।
  • सावधानी: यदि आप पीठ या गर्दन की चोटों से पीड़ित हैं, तो दूर रहें।

शलभासन के लाभ

इस आसन को करने से  न केवल आप पेट की चर्बी कम करते हैं, आपके कंधे, पेट और छाती भी मजबूत होते हैं। यह पेट के अंगों को उत्तेजित करता है, जबकि तनाव से राहत दिलाता है।